सैय्यद ज़ाकिर
जिल्हा प्रतिनिधि वर्धा
हिंगणघाट :– शहर के मोहता जिनिंग के स्विमिंग पूल में बच्चे-बूढे तैरने जाते है ।गुरुवार की शाम 6-30 बजे रेहान मोइनुद्दीन चौधरी जिसकी उम्र 14 साल वह अपनी माता और छोटे भाई के साथ मोहता जिनिग में तैरना सीखने के लिए गए थे।उनसे 300 रु प्रवेश फि ली गयी और गेटपास देकर रजिस्टर पर एंट्री देकर उनके साथ उनकी माता जी उनके साथ गयी।।
तभी उन्हें लाईफ सपोर्ट जैकेट नही दिया गया।जबकि देना जरूरी था। पहली बार अगर कोई तैरना सीखने जाता है तो स्विमिंग पूल पर नॉम्र्स,साइन बोर्ड,गाईड लाइन ,सूचना ,संदेश लगे होते है।।
स्विमिंग पूल के अजु – बाजु की लंबाई -चौड़ाई के हिसाब से वहां प्रिशिशक (ट्रेनर)रखे जाते है।जो उस समय वहां मौजूद नही थे।और यही सबसे बड़ी दुर्घटना का कारण है।आज वह छोटा बच्चा अपने माँ की नजरों के सामने एक भाई छोटे पल में उतरा दूसरा बड़े पुल में उतरा कुछ ही समय के उप्रान्त बड़े पुल में जो भाई उतरा था वह दिखाई नही दिया।
उसकी माँ ने वहां चिल्लाया की मेरा बच्चा पल में नही दिख रहा है।वहां कोई परिशिक्षक नही था।जिसने उन्हें एंट्री पास दिया था मा ने उसी को जाकर बताया,की मेरा बच्चा दिखाई नही दे रहा है जिसने गेटपास दी थी उसी ने दौड़कर छलांग लगाई ,और बच्चे को बाहर निकाला तब तक बच्चा मर चुका था।।
स्विमिंग पूल में कई खामियां है और नाही नियमो का पालन हो रहा है।इसके लिए वहां के व्यवस्थापक और मालक जो सिर्फ और सिर्फ धन उगाई में लगे है ।और पूरे शहर की जनता के जान से खिलवाड़ कर रहे है।।
हिंगणघाट पोलीस स्टेशन में उनके खिलाफ 304 (मनुष्य वध)की धारा है हाजी रफ़ीक भाई निरूपण किया कि यह एक खून है कत्ल है मगर कायदे में इसकी तरतुद नही है अगर तररुद होती तो उन पर 302 का गुन्हा दाखल होता ।ये पूरी तरह से पैसे कमाने का माध्यम है।।
शहर की जनता जहां तैराकी के लिए जाती है कृपया अपने बच्ची की जान की हिफाज़त को देखते हुए ऐसी लापरवाह जगह पर ना जाये,वहां जाए जहां आपके बच्चों के सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम है जिसमे आपके बच्चे सुरक्षित रहे।आगे की जांच पोलीस कर रही है।