उमरी देहात के गांववासी,जड़ वाहनों के आवागमन से समस्याग्रस्त।

  सैय्यद ज़ाकिर 

जिल्हा प्रतिनिधी वर्धा

हिंगणघाट :– तहसील के ग्रामीण विभाग में उमरी देहात है,उस देहात के लोग जड़ वाहनों के आवागमन से परेशान है।

          गांव से कुछ मीटर की दूरी पर गिट्टी मुरुम की खदानों से टिप्पर भर भर कर आवागम करते हैं।सुबह से शाम तक धूल मिट्टी से होने वाली स्वास की तकलीफ को झेलना पड़ता हैं।भारी मात्रा में टिप्पर वाहन चालक गिट्टी ओर मुरूम भरकर लोगो के घरों के सामने से गुजरते है।जिनकी गति तेज होती है,जो किसी बड़ी दुर्घटना निमंत्रण है।क्युकी गांव के बच्चे अपने घर के आंगन में खेलते है।

                        तिप्पर चालक अपनी तानाशाही में वाहन चलाते है।आगे ओर पीछे से आने वाले सायकल मोटर साइकिल छोटे वाहनों को रास्ता नहीं देते।

          गांव से दूध,दही बेचने के लिए गांव वासी शहर में आते है इनको टिप्पर चालको की हेकड़ी का शिकार होना पड़ता हैं।

          अभी हाल में कुछ दिन पूर्व भाकरया नाले के पास टिपर चालक की लापरवाही से एक मजदूर की मौत हो गई।

           

            अपने गांव के प्रति सरपंच की बड़ी गहरी जिम्मेदारी होती है,लेकिन सरपंच की कार्य प्रणाली की निष्क्रियता की रेखा पार कर चुकी हैं,कल को अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कोन होगा? 

           टिपपर के मालिक,चालक या फिर संबंधित विभाग कोन होगा?उमरी,मोरपाड,पीपल गांव वासियों में इस गंभीर समस्या को लेकर को लेकर चर्चा बरकरार है।