सामूहिक विवाह का शानदार आयोजन।  — अल खिदमत फाउंडेशन द्वारा एक नाया आयाम। — शादी के पवित्र बंधन में बंधे 25 जोड़ों का समावेश।

   सैय्यद ज़ाकिर

 जिल्हा प्रतिनिधी वर्धा

हिंगणघाट :- गत वर्षो से अल खिदमत फाउंडेशन द्वारा 19 जनवरी 2025 को स्थानीय जामा मस्जिद चौक परिसर जूना सरकारी दवा खाना ग्राउंड में अल खिदमत फाउंडेशन के उत्साही मेहनतकश नवयुवको के कड़ी मेहनत के बदौलत ओर सभी के सहयोग से सामूहिक विवाह का बड़े पैमाने पर शानदार आयोजन किया गया।…

        अल खिदमत फाउंडेशन ने 2022 में इज्तेमाई शादी का आगाज़ी पत्थर से शुरुवात की थी।जिसमे 10-12शादी जोड़ों का समावेश था। 

      19जनवरी 2025 में शहर की जामा मस्जिद के इमाम साहब ओर सभी मस्जिद के इमामों ने सभी दूल्हा दुल्हनों को जो अपनी नई जिंदगी की बेहतरीन शुरुवात करने जा रहे 25 जोड़ों का निकाह पदवाया ओर खुशनुमा जिंदगी की शुरुवात,खेरो बरकत के लिए दुवाओं से नवाजा ओर सभी जोड़ों को दिल से मुबारकबाद दी।

         इस खुशी के अवसर पर उपस्थित प्रमुख अथितियो में खासदार अमर काळे,माजी आमदार राजू तीमांडे,अतुल वांदिले,हाजी मोहमद रफीक, डाॅ.निर्मेष कोठारी,जम्मू भाई,फैक्ट्री मैनेजर शाकिर खान पठान,सैय्यद शाहीन,शेख अश्पाक,प्यारू भाई कुरेशी,रूपेश राजुरकर,इमरान अली,प्यारू अली आदि का शॉल पुष्प गुच्छ देकर शानदार स्वागत किया गया।

        ओर इन सभी ने अल खिदमत फाउंडेशन के कार्य की सराहना की।

             बारात में आए दूल्हा दुल्हन के बारातियों की रहने खाने की सुविधाओं का बेहतर इंतजाम था।अल खिदमत फाउंडेशन द्वारा नए दूल्हा दुल्हन के जोड़ों को जिंदगी बसर ज्रूरियात का सामान दहेज के रूप में दिया गया।अल खिदमत फाउंडेशन के शेख नूर ने अपने सभी मेहनतकश साथियों के साथ मिलकर इस इज्तेमाई शादी (सामूहिक विवाह )को सफल बनाने के लिए काफी जद्दोजहद की है।

       अल खिदमत फाउंडेशन के कार्य कर्ताओं की कड़ी मेहनत,एकता,समन्वय,आपसी भाईचारा अटूट है। सामूहिक विवाह में उपस्थित मदतगारो में रोटरी क्लब के पदाधिकारी,नदी सरक्षण समिति,डाॅ.बाबासाहेब आंबेडकर उत्सव समिति,नारायण मित्र परिवार आदि ने सहयोग दिया‌।..

            निकाह के उपरांत जावेद मौलाना साहब ने “मेरा सलाम लीजिए “आला दर्जे का सलाम पेश किया।जिसका सभी ने एहतराम किया।

         अल-खिदमत फाउंडेशन के सभी मेहनतकश कार्य कर्ताओं की कड़ी मेहनत से अल खिदमत फाउंडेशन इज्तेमाई शादी (सामूहिक विवाह )के कार्य से अपनी संस्था ओर अपने शहर का नाम कामयाबी की बुलंदी पर रख दिया है। 

        जिसकी चर्चा आलम पूरे शहर में है।