बसपा को वोट मत देना,अगर वोट दिया तो जान से मारने की दी जा रही वोटरों को धमकी?

 प्रदीप रामटेके

   मुख्य संपादक

           मध्यप्रदेश की सभी सीटों पर १७ नवंबर को एक साथ मतदान होगा। जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है,वैसे ही राजनीतिक माहौल में हलचल बढ़ती जा रही है।

           हालाँकि,ऐसा देखा जा रहा है कि मध्य प्रदेश के मतदाता डरे हुए हैं,क्योंकि गलत सोच से प्रेरित होकर कुछ गुंडों द्वारा मतदाताओं को धमकियाँ दी जा रही हैं कि अगर आपने बसपा को वोट दिया तो वे आपको मार देंगे और मारेंगे भी।

              भारत देश में बहुजन समाज पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो लगातार इस देश के नागरिकों को लाचार और गुलाम मानसिकता से निकालकर स्वाभिमानी बना रही है।साथ ही अपने कहे अनुसार कर्तव्य निभा रही है और सक्षम योजना बना रही है।नागरिकों के समग्र कल्याण के लिए नीतियां बनाना और उन नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करना बसपा का सही कर्तव्य है।

             आदर्श रूप से,बसपा एक पराधीन और असहाय समाज का निर्माण नहीं करना चाहती है,बल्कि एक मजबूत समाज का निर्माण करना चाहती है जो अपने श्रम पर निर्भर हो। इसलिए,यदि बसपा सत्ता में आती है,तो वह सभी वंचितों, शोषितों,पीड़ितों को मजबूत और सशक्त बनाएगी। समाज के सभी वर्गों के नागरिकों के सर्वांगीण विकास के लिए नीतियां बनाकर प्रभावी ढंग से लागू करेगी यह डर गुंडा और मनुवादी शोच के लोगों में है।इसीलिए वो लोग बसपा को वोट देने से रोकने के लिए लोगों को जान से मारने की धमकी देने लगे हैं और इसी क्रम में अब वोटरोंके वीडियो भी सामने आने लगे हैं। मध्य प्रदेश में आजादी के इतने लंबे समय के बाद भी अगर चुनाव प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं को डरा-धमका कर बरगलाया जा रहा है तो सवाल उठता है कि क्या मतदाताओं को धमकाने वाले गुंडे जैसे लोग इस देश के चुनाव विभाग का मजाक उड़ा रहे हैं,या चुनाव विभाग का सम्मान नहीं करते हैं?

              मतदाताओं को किसी पार्टी को वोट देने और किसी पार्टी को वोट न देने के लिए धमकाया जा रहा है तो सवाल उठने लगे हैं कि क्या मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया को भयमुक्त और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए निर्वाचन विभाग और संबंधित पुलिस तंत्र सतर्क है? 

             चूंकि विधानसभा चुनाव केंद्रीय और राज्य चुनाव आयुक्तों की देखरेख और अधिकार के तहत होते हैं,इसलिए उन्होंने चुनाव अवधि के दौरान सभी गतिविधियों पर सतर्क नजर रखना आवश्यक है।

            यदि मध्य प्रदेश के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चुनाव व्यवस्था में लापरवाही बरती गई तो संकेत हैं कि वहां चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और भयमुक्त नहीं हो पाएगी।

          लेकिन,इस देश में पूंजीवादी विचारधारा वाले लोग और अमानवतावादी कार्य करने वाले लोग बसपा से क्यों डरते हैं?यह उन्हें मतदाताओं को बताना चाहिए।

           मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीएसपी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की स्थिति लगातार मजबूत होने से बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के नेताओं की नींद उड़ गई है।

        इसलिए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि मतदाताओं को बसपा को वोट न देने की धमकी दी जा रही है।