सैय्यद जाकिर,
जिल्हाप्रतिनिधी वर्धा। हिंगणघाट :
शहर में डॉ.बाबा साहेब आम्बेडकर की 132 वी जयंती में इस बार एक अलग ही दृश्य दिखाई दिया।उत्साह के साथ एकता,समन्वय,भाईचारे का समावेश था।
हिन्दू -मुस्लिम एकता तहेदिल खुलकर सामने आई। शहर में मुस्लिम समुदाय ने विशव भूषण डॉ.बाबा साहेब आम्बेडकर के जन्मदिन के अवसर पर कुछ ने बैनरो के जरिये और शहर के मुस्लिम नवयुवको ने बाबा साहेब के सभी चाहने वालो गले लगाकर मुबारक बाद दी।
सँविधान सभी के लिए दिया गया है। (शिखा,संघटित व्हा, संघर्ष करा) ये शब्द बहोत ही उत्तम है ।भारत की इस मिट्टी में जन्म लेने वाले डॉ.बाबा साहेब आम्बेडकर के विचारों को बाँटे जो तुम्हे जिंदगी में कामयाबी के मूल-मंत्र है।
विशव भूषण डॉ.बाबा साहेब आम्बेडकर की जयंती पर समाज क्रांति आघाडी के सामाजिक कार्यकर्ताओ महात्मा फुले वार्ड मित्र परिवार द्वारा अलपोहार का आयोजन कर शुभेच्या दी। सामाजिक कार्यकर्ता जितेंद्र पोकड़े, सैयद नासिर,सौ. सुनीता पोकड़े और मानव पोकड़े कार्यक्रम के सफलतार्थ थे।
विश्व भूषन डॉ.बाबा साहेब आम्बेडकर की 132 वी जयंती पर शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे । रॉली के मार्ग पर जगह -जगह पोलीस कर्मी तैनात थे। शहर में अमन शांति बकरार रखने के लिए हिंगणघाट पुलिस स्टेशन के थानेदार कैलाश पुंडकर ने वर्धा से भी दंगल पथक ,महिला एवं पुरुष पोलीस कर्मीयो कि व्यवस्था की थी।पोलीस उपविभागीय अधिकारी दिनेश कदम स्वयं उपस्थित रहेकर हर गतिविधियों पर नजर रखे हुवे दिखाई दिए ।शहर और वर्धा से आये पोलीस कर्मी ,होम गार्ड अपने ,अपने कार्य स्थल पर तैनात थे।