शिवाजी वार्ड की जनहित की स्वास्थ -सुरक्षा की सार्वजनिक समस्या को नगरपरिषद ने दिया व्यक्तिगत स्वरूप।।

सैय्यद ज़ाकिर सहव्यवस्थापक,जिल्हाप्रतिनिधि वर्धा

      हिगणघाट : शहर के शिवाजी वार्ड में सार्वजनिक जगह पर उगी जंगली -जहरीली झाड़ियो का झुंड हो गया है।जिसकी साफ सफाई का कार्य हमेशा से ही नगरपालिका करती आई है ।वार्ड के एक जागृत नागरिक द्वारा जनहित के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के दुर्ष्टिकोंन से नगरपरिषद को निवेदन दी.17।5 ।2023 ।को दिया गया था ।एक माह का समय बीतने के बाद भी नगरपरिषद द्वारा प्रभाग क्र.(8) शिवाजी वार्ड की जनता को दिशाभूल किया गया ।।

           अंत मे प्राधिकरण वृक्ष अध्यक्ष एवं मुख्य्याधिकारी श्री.हर्षल गायकवाड़ के पास जनता की समस्या का निवेदन पहुँचने के उपरांत उलट कार्यवाही में गत दी.5।7।2023। को शिवाजी वार्ड के जागृत नागरिक को ही झाड़ियो को तोड़ने की परवानगी देने का अजब-गजब मामला उजागर हुआ है ।शिवाजी वार्ड जनता के स्वास्थ एवं सुरक्षा के गम्भीर विषय को मनोरंजन का साधन कर दिया। इन जहरीली जंगली झाड़ियो में प्राणघातक जीव-जंतु जन हित के लिए जानलेवा है ।नगरपरिषद ने परवानगी पत्र में शिवाजी वार्ड के जनहित की सुरक्षा का विषय रामनगर वार्ड के नाम से लिखकर समस्या को ही ट्रांसफर कर दीया। झाड़ियों में पनप रही गन्दगी से उत्पन्न होने वाली डेंगू,मलेरिया,शय रोग जैसी बीमारियां फैलती है ।बड़ी झाड़ियो से स्वास्थ कर्मियो को भी साफ-सफाई बाधा निर्माण होती है ।आगे नगरपरिषद की लापरवाही से शिवाजी वार्ड में इस समस्या को लेकर कोई अप्रिय घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होंगा ? मुख्य्याधिकारी हर्षल गायकवाड़ अपनी जिम्मेदारी वार्ड की जनता पर लादकर खुद समस्या का निवारण करने के बजाय पल्ला झाड़ने से जिम्मेदारी खत्म होगी क्या? हिटलरशाही चल रही है । जनता का ध्यान गम्भीर विषय पर केंद्रित है कि नगरपरिषद का कोई वाली नही है ।