प्रदीप रामटेके
मुख्य संपादक
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बहुजन समाज पार्टी मजबूत स्थिति में है और इन दोनों राज्यों में से बसपा के पहले ही विधायक और सांसद चुने जा चुके हैं।
दोनों राज्यों में नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के तहत बीएसपी ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन किया है और दोनों ही राज्यों में दोनों पार्टियों का बड़ा जनाधार है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई विधानसभा क्षेत्रों में बसपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी गठबंधन के उम्मीदवारों का मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों से होगा और मतदाता कह रहे हैं कि कई जगहों पर उनकी जीत होगी।
चूंकि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे,इसलिए 6, 7, 8, 10 और 14 नवंबर को बसपा और गोंडवाना रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों के प्रचार के लिए बसपा सुप्रीमो बहन मायावती के सभाएं आयोजित की गई है।
वहीं,बीजेपी और कांग्रेस पार्टियों के कई नेता बसपा में शामिल हो गए हैं और वे बसपा से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
इसके बावजूद बसपा पदाधिकारियों को और कॅडरबेस कार्यकताओं को भी विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा है ताकि चुनाव में जित हासिल कर सके।
इसके चलते मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। चूंकि बसपा एक राष्ट्रीय पार्टी है,ऐसे में दोनों राज्यों की सियासी तस्वीर चुनाव नतीजों के बाद देखने को मिलेगी कि दोनों राज्यों के वोटर बसपा और गोंडवाना रिपब्लिकन पार्टी के पक्ष में हैं?