सैय्यद जाकीर
जिल्हाप्रतिनिधि वर्धा।
हिगणघाट स्थानीय बस स्टैंड पर असुविधाओ का अंबार है ।बुजुर्गों को 50/ प्रतिशत की छूट प्रशासन द्वारा दी गयी है।लेकिन यहां का स्मार्ट कार्ड कार्यालय महीनों से बंद पड़ा है।अपने उम्र के पड़ाव से परेशान बुजुर्ग को यहां के अधिकारी सही जानकारी नही देते।
बंद कार्यालय पर एक सूचना की पर्ची लगा दी है ।ऊपर से आदेश आने तक कार्यालय बन्द रखा गया है ।और आगे ना जाने कितने महीने लगेंगे?तब जाकर स्मार्ट कार्ड का लाभ प्राप्त होगा क्या?।
बस स्थानक प्रमुख मसराम,वर्धा से आने वाले आदेश पर निर्भर है ।ऊपर से लिंक बंद पड़ी है ऐसा बोलने से जवाबदारी खत्म नही होती। बस स्टैंड में गंदगी जमा रहेती है,पिने के पानी के स्थान पर गंदगी का जमावड़ा है ।यह दुर्श्य देख कर यात्रियों की पानी पीने की भी ईच्छा नही होती।
स्कूलों की छात्राओं के साथ बाहर से आने वाले मजनू अश्लील हरकतें करते है,ऐसी जनमानस में चर्चा है।असमाजिक तत्वों का जमावड़ा दिखाई देता है।पोलिस विभाग का बाशिंदा यहां है या नही?जो की विद्यार्थीओं के सुरक्षापर ध्यान नहीं देते है!
डेपो मैनेजर डी.एम.नेवारे कुर्सी के आदि हो गए है क्या?तभी तो जनहित की समस्या उनको दिखाई नहीं देती। यात्रियों की गम्भीर समस्याओ को अनदेखी करना अधिकारी के लिए बहोत ही दुर्भाग्यवश बात है ।आगे इन समस्याओं का तुरंत निवारण होगा क्या? जनता की नजरें इस पर केंद्रित है ।